कमल पुरी चमोली, 16 मई।
श्री बद्रीनाथ धाम, समुद्र तल से काफी ऊँचाई पर स्थित होने के कारण कई बार श्रद्धालुओं के लिए स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियाँ खड़ी कर देता है। ऊँचाई के कारण हवा में ऑक्सीजन का स्तर कम होता है, जिसकी वजह से मैदानी इलाकों से आने वाले कुछ श्रद्धालुओं को साँस लेने में दिक्कत, चक्कर आना या बेचैनी महसूस हो सकती है। ऐसे कठिन समय में, उत्तराखंड पुलिस के जवान न केवल कानून-व्यवस्था बनाए रखने का काम कर रहे हैं, बल्कि मानवता की सेवा का भी उत्कृष्ट उदाहरण पेश कर रहे हैं। बद्रीनाथ धाम क्षेत्र में तैनात पुलिस के जवान ऐसे श्रद्धालुओं की पहचान कर रहे हैं जिन्हें साँस लेने में परेशानी हो रही है और उन्हें तत्काल ऑक्सीजन उपलब्ध करा रहे हैं। पुलिसकर्मी ऑक्सीजन सिलिंडर और पल्स ऑक्सीमीटर के साथ मुस्तैद हैं।
जैसे ही कोई श्रद्धालु साँस फूलने या अन्य ऊँचाई संबंधी बीमारी के लक्षण बताता है, पुलिस के जवान बिना किसी देरी के उसकी मदद के लिए आगे आते पुलिस जवानों का यह मानवीय चेहरा श्रद्धालुओं के बीच काफी सराहा जा रहा है। कई तीर्थयात्रियों ने पुलिस की इस त्वरित और संवेदनशील मदद के लिए उनका आभार व्यक्त किया है। उनका कहना है कि ऐसे आपातकालीन समय में पुलिस का यूँ सामने आकर मदद करना उनके लिए किसी ‘जीवन रक्षक’ से कम नहीं है, जिससे उन्हें यात्रा जारी रखने की हिम्मत मिलती है।