सितारगंज। राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय सितारगंज में गुरुवार को उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब बीए की छात्रा राजविंदर कौर पेट्रोल की बोतल लेकर कॉलेज की छत पर जा चढ़ी। छात्रा का आरोप है कि छात्रसंघ चुनाव में उसका नामांकन मनमाने तरीके से निरस्त कर दिया गया और हाईकोर्ट के आदेशों को भी पूरी तरह दरकिनार किया गया।
छात्रा के छत पर चढ़ने की जानकारी मिलते ही कॉलेज में पढ़ाई कर रहे छात्र-छात्राओं में हड़कंप मच गया और सभी क्लास छोड़कर बाहर जमा हो गए। पुलिस और कॉलेज प्रशासन मौके पर पहुंचे और काफी देर की समझाइश के बाद छात्रा को सुरक्षित नीचे उतारा गया।
क्या है मामला?
राजविंदर कौर ने छात्रसंघ अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल किया था। आरोप है कि कॉलेज प्रशासन ने बिना सुनवाई के नामांकन रद्द कर किसी अन्य उम्मीदवार को निर्विरोध अध्यक्ष घोषित कर दिया। छात्रा का कहना है कि—
“मेरा पक्ष सुने बिना नामांकन खारिज किया गया। न्याय के लिए हाईकोर्ट गई, जहां से 15 दिन में फैसला लेने का निर्देश मिला। लेकिन कॉलेज प्रशासन चुप बैठा है और प्रकरण दबा रहा है।”
हाईकोर्ट के निर्देशों के बाद छात्रा ने 28 सितंबर और 18 अक्टूबर को भी पत्र दिए, परंतु कार्रवाई नहीं हुई। मजबूर होकर उसने विरोध में यह कदम उठाया।
कॉलेज प्रशासन का पक्ष:
कॉलेज की प्राचार्या डॉ. रेनू रानी बंसल ने कहा—
शिकायत निवारण प्रकोष्ठ दोनों पक्षों की सुनवाई करेगा। कानूनी सलाह के बाद हाईकोर्ट के निर्देशों के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।

